जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम सिंह ने परम पूज्य पाद निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी के साथ शाही स्नान किया। गंगा मैया में दोनों विभूतियों ने इसी प्रार्थना के साथ डुबकी लगाई की नेपाल की सत्ता में बैठी हिन्दू विरोधी ताकतों का खात्मा हो और पुनः हिन्दू धर्म की स्थापना हो साथ ही पूर्व में एक मात्र हिन्दू राष्ट्र नेपाल में हिंदुत्व का परचम पुनः लहरा सके।
सोमवार को चंडीघाट स्थित काली पीठाधीस्वर मंदिर से निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी के नेतृत्व में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा चंडीपुल से होते हुए हरकी पैड़ी पहुँची। शोभायात्रा को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु सड़कों पर डटे रहे। निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने दर्शनार्थियों को आशीर्वाद दिया। उनके साथ नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र बीर बिक्रम सिंह परिवार के साथ मौजूद रहे। शोभायात्रा को हरकी स्थित ब्रह्मकुण्ड पर विराम देते हुए इष्टदेव की पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना में देश में फैली महामारी कोरोना के ख़त्म के लिए प्रार्थना की।