धारीवाला में चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर पुष्प अर्पित कर इतिहास याद करते हुए भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अमित चौहान।

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर राजपूत समाज के युवाओं ने उनका बलिदान याद करते हुए युवाओं को प्रेरित करते हुए उनका इतिहास सभी को याद रखना चाहिए। भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष अमित चौहान ने उनका बलिदान याद करते हुए कहा कि देश को समर्पित ऐसे योद्धा बार—बार जन्म नहीं लेते।
शुक्रवार को ग्राम धारीवाला में चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर विशाल कार्यक्रम किया गया। जिसमें भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष अमित चौहान ने इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वीराज चौहान भारतीय इतिहास में एक बहुत ही अविस्मरणीय नाम है। हिंदुत्व के योद्धा कहे जाने वाले चौहान वंश मे जन्मे पृथ्वीराज आखिरी हिन्दू शासक भी थे। महज 11 वर्ष की उम्र में, उन्होंने अपने पिता की मृत्यु के पश्चात दिल्ली और अजमेर का शासन संभाला और उसे कई सीमाओं तक फैलाया भी था, परंतु अंत में वे विश्वासघात के शिकार हुए और अपनी रियासत हार बैठे। उनकी हार के बाद कोई हिन्दू शासक उनकी कमी पूरी नहीं कर पाया। पृथ्वीराज को राय पिथोरा भी कहा जाता था। पृथ्वीराज चौहान बचपन से ही एक कुशल योध्दा थे, उन्होंने युध्द के अनेक गुण सीखे थे। उन्होंने अपने बाल्यकाल से ही शब्दभेदी बाण विद्या का अभ्यास किया था।

धारीवाला में चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर पुष्प अर्पित कर इतिहास याद करते हुए भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अमित चौहान।

उन्होंने बताया कि पृथ्वीराज की सेना बहुत ही विशालकाय थी, जिसमे 3 लाख सैनिक और 300 हाथी थे। सेना बहुत ही अच्छी तरह से संगठित थी, इसी कारण इस सेना के बूते उन्होने कई युध्द जीते और अपने राज्य का विस्तार करते चले गए। परंतु अंत मे कुशल घुड़ सवारों की कमी और जयचंद्र की गद्दारी और अन्य राजपूत राजाओ के सहयोग के अभाव मे वे मुहम्मद गौरी से द्वितीय युध्द हार गए।
इस मौके पर मंडी समिति के सदस्य श्रवण चौहान, सतीश चौहान, नेत्रपाल चौहान, सोमनाथ, विवेक चौहान, मोहित चौहान, प्रतीक चौहान, सचिन चौहान, योगेश चौहान, एडवोकेट सत्यपाल चौहान समेत भारी संख्या में राजपूत समाज के लोग शामिल हुए।

धारीवाला में चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर पुष्प अर्पित कर इतिहास याद करते हुए भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अमित चौहान एवं अन्य