जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को यूं ही जनसेवक और विकास पुरुष नहीं कहा जाता, उन्होंने हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विकास की ब्यार बहायी है। क्षेत्र में सड़कों का अभाव था तो गंगा किमती भूमि को लील लेती थी। तैयार फसल को भी जंगली जानवर चौपट कर देते थे, लेकिन उन्होंने सभी समस्याओं का समाधान कराया। हाल में उन्होंने हरिद्वारी रोड़ और जंगली जानवरों से बचाने के लिए सुरक्षा दीवार बनवाकर जनता की बड़ी समस्या दूर कराई। सबसे बड़ी खासियत उनकी, जनता से खुले मैदान में बैठकर मिलने की है, जिसे सभी लोग पसंद करते हैं।
स्वामी यतीश्वरानंद दूसरी बार हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत को भारी मतों से हराकर विधायक बने। प्रदेश में मुख्यमंत्री बदले तो उनकी दूरदर्शिता और विजन को देखते हुए कैबिनेट मंत्री बनाकर सरकार की नीति निर्धारण में शामिल कराया गया।
लालढांग क्षेत्र के रसूलपुर गांव में रवासन नदी पर पुल का निर्माण कराया। इस पुल के लिए उन्हें कांग्रेस सरकार के खिलाफ लंबा आंदोलन करना पड़ा था। क्षेत्र में रसूलपुर में ही मॉडल डिग्री कॉलेज की नींव रखवाकर क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने गंगा के कटाव और गांवों की बेशकीमती भूमि को बचाने के लिए तटबंध बनवाए। किसानों की खून पसीने से तैयार फसलों को बचाने के लिए लालढांग हो या मिस्सरपुर, भोगपुर क्षेत्र में सुरक्षा दीवार बनवाकर जंगली जानवरों से बचाने का काम किया।
सबसे बड़ी सड़क की समस्या हरिद्वारी रोड का निर्माण शुरू कराकर बड़ा काम किया। जिससे कई गावों की आबादी को आवागमन में आसानी होगी। कई नदियों पर पुल और रपटे बनवाकर भी उन्होंने गांवों के संपर्क मार्गों को दुरुस्त कराया। जिसमें लक्सर हरिद्वार हाइवे का चौड़ीकरण, शाहपुर—भोगपुर तिराहे से बालावाली तक सड़क का चौड़ीकरण का कार्य, सराय से बसेड़ी मार्ग का नवीनीकरण एवं चौड़ीकरण समेत अनेकों कई मार्ग है।
अपने क्षेत्र में शिक्षा के लिए अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पथरी को शामिल कराया। कई स्कूलों के उच्चीकरण भी हुए। इससे बच्चों को शिक्षा उपार्जन में आसानी हुई है।
लालढांग और फेरुपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढीकरण कराते हुए इलाज के लिए पर्याप्त स्टाफ तैनात कराया। उन्होंने दोनों पीएचसी के लिए सुविधायुक्त एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई। कोरोना महामारी कार्यकाल में लगे लॉकडाउन में उन्होंने क्षेत्रवासियों की राशन से लेकर सभी तरह की मदद कराई।
किसानों और मजदूर हितैषी की पहचान
कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के प्रयास से राज्य सरकार ने पट्टाधारक किसानों को भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में शामिल कराकर उनकी आर्थिकी मजबूत करने का काम किया। उन्होंने ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई अनेकों बार मुआवजा दिलाकर कराई। मजदूरों को श्रम विभाग की योजना से पंजीकरण कराकर अच्छादित कराया।
