जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
देहरादून। उत्तराखंड में राजसत्ता के मुखिया बदलने के बाद मुख्य सचिव को बदल दिया गया, इसके बाद अब कई बदलाव होंगे। कई सचिवों के कार्य क्षेत्रों में भी बदलाव होंगे। लेकिन सबसे बड़ी ख़बर आ रही है कि प्रदेश के डीजीपी भी बदल सकते हैं। डीजीपी बदलने को लेकर पुलिस- शासन में बड़ी चर्चा है। हालाँकि चर्चा अन्य भी हैं कि कई विभागों के अधिकारी और उनके मित्रों के पास अपनी सीट बचाने के लिए नए मुख्यमंत्री की परिक्रमा करने में लगे हुए हैं।
उत्तराखंड में सत्ता की कमान पुष्कर सिंह धामी के हाथों में आ गई है। उन्होंने सभी राज्य मंत्रियों को कैबिनेट में तवज्यो देकर सम्मान दिया है। नवनियुक्त सीएम ने सबसे पहले चर्चित मुख्य सचिव ओमप्रकाश को हटाकर उनके स्थान पर एसएस संधु को ज़िम्मेदारी दी है। उन्होंने आदेश मिलते ही 5 जुलाई को कार्यभार संभाल लिया है। लेकिन अब फिर से नई सूचना आ रही है कि प्रदेश के डीजीपी बदले जा सकते हैं। इसे लेकर राज सत्ता में बड़ी चर्चा होती रही। इसी के साथ कई विभागों के मुख्य अधिकारी भी बदले जाने की चर्चा जमकर होती रही। नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के अगले दिन सोमवार को पहले दिन बीजापुर गेस्ट हाउस में शासन, पुलिस, वन विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर तमाम जानकरियाँ ली। अधिकारियों में नए सीएम की सक्रियता को लेकर और कार्यों के प्रति ख़ौफ़ नज़र आया। नए सीएम ने निर्देश दिए कि सबसे पहले जनता का काम और केंद्र एवं राज्य सरकार की समस्त एवं जनहित की योजनाओं को धरातल पर उतरना होगा। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जनता कि सेवा के लिए जनप्रतिनिधी चुने जाते हैं और सरकार चलाने में पुलिस प्रशासन का अहम योगदान होता होता है, जनता को सभी से उम्मीद होती है, वे सभी इस पर खरा उतरने का काम करेंगे। उनके परममित्र कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद सभी बैठकों में साथ रहे।