जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
देहरादून। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को सरकारी विमान से उत्तराखंड की भूमि पर आने की अनुमति नहीं दी थी तो क्या हुआ, उनके शिष्य उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशेष विमान से उत्तराखंड की पावन भूमि पर उतारकर उद्धव ठाकरे की सरकार को एहसास करा दिया है कि गवर्नर का प्रोटोकाल कैसे निभाना जाता है। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी को विशेष विमान से लेकर देवभूमि पहुंचे और भव्य स्वागत हुआ।


ये है मामला
महाराष्ट्र एवं गोवा के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को 12 फरवरी—2021 को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री आईएएस एकेडमी के कार्यक्रम में शामिल होना था। इसके लिए वे 11 फरवरी—2021 को 10 बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। गर्वनर हवाई अड्डे पर सरकारी विशेष विमान में बैठ गए। विमान के बैठने के बाद उन्हें बताया गया कि सरकारी विमान के इस्तेमाल की इजाजत सचिवालय से नहीं मिली है।
इसके बाद कोश्यारी के निर्देश पर उनके लिए कमर्शियल एयरक्राफ्ट में टिकट बुक की गई। करीब सवा दो घंटे के इंतजार के बाद वे दोपहर 12.15 बजे वे मुंबई से देहरादून के लिए रवाना हुए। इस प्रकरण को लेकर मामला सुर्खियों में रहा।

पुस्तक पर चर्चा के दौरान गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कराया एहसास
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एहसास करा दिया कि सरकारी विशेष विमान केवल उनके पास ही नहीं है, अन्य राज्य सरकारों के पास भी है। ये एहसास कराते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने करीबी मित्र कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को सरकारी विशेष विमान से दिल्ली भेजकर राज्य अतिथि एवं गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को सम्मान के साथ उत्तराखंड की पावन भूमि पर उतारा। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद उन्हें ससम्मान लेकर आए, साथ ही भव्य स्वागत किया। अपनी मातृभूमि में मिले सम्मान से गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी बेहद गदगद है।