जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। भाजपा युवा मोर्चा में प्रांतीय सदस्य के पद से नवाजे हुए तरूण चौहान अपने चाचा अतुल चौहान के साथ मिलकर भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ काम करते हैं। विधानसभा—2022 में विपक्ष की भूमिका निभाई तो अब जिला पंचायत चुनाव में तो विरोध में ही उतर गए और प्रत्याशी अमित चौहान को बदनाम करने का काम किया। लेकिन मतदाता समझदार हैं किसी के बहकावे में नहीं आए और अमित चौहान को 4100 से अधिक वोटों से जीत दिलाकर जनादेश देने का काम किया।
भाजयुमो में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तरूण चौहान और उसके चाचा जिले में पूर्व महामंत्री रहे अतुल चौहान हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा के ग्राम पंजनहेडी के निवासी है। भतीजे को भाजयुमो में बड़ा पद चाहिए था तो चाचा को भाजपा में, लेकिन प्रदेश में इनका साथ देने वाला एक बड़ा नेता था जोकि इनकी करतूतों पर पर्दा डालते हुए आगे बढ़ाने का काम करना रहा। विधानसभा चुनाव—2022 में दोनों चाचा भतीजे ने विरोध में काम किया। दोनों की कार्य प्रणाली पूरी चर्चाओं में रही। अब जिला पंचायत में चाचा भतीजे ने भाजपा से प्रत्याशी बनने की मांग उठाई। लेकिन पार्टी के कद्दवर कार्यकर्ता अमित चौहान को प्रत्याशी बनाया। केवल इन दोनों चाचा भतीजों ने विरोध किया और भाजपा के कार्यालय पहुंचकर जिलाध्यक्ष डॉ जयपाल सिंह चौहान के साथ बदतमीजी की। उस समय इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि कई नेताओं ने अनुशासन तोड़ने पर कार्रवाई करने की मांग उठाई। जिलाध्यक्ष ने जिला पंचायत चुनाव के चलते हुए कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा, लेकिन यह इसे भाजपा की कमजोरी मानते रहे और अपनी पुरानी आदत के अनुसार भाजपा के प्रत्याशी अमित चौहान को बदनाम करने पर उतर गए। इन दोनों ने बाकायदा शिकायतों के कई पत्र तैयार करते हुए बांटने का काम किया।
