कांग्रेस के पूर्व ​महानगर अध्यक्ष अंशुल श्रीकुंज

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। उत्तराखंड में कांग्रेस के बढ़ते कद और प्रदेश में बढ़ते जनाधार से चिंतित भाजपा नेताओं ने उन्हें घेरने का जो प्रयास किया, उसमें वह स्वयं घिर गए हैं। भाजपा के नेता राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के ब्यान का न तो खुले मंच से समर्थन कर पा रहे हैं और न ही उसका विरोध। मामले में कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष अंशुल श्रीकुंज ने भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की हरिद्वार को लेकर की गई विवादित टिप्पणी की निंदा कर भाजपा से सवाल पूछा है।
श्री कुंज ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि बलूनी की टिप्पणी घोर आपत्तिजनक व जनभावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। उन्होंने कहा कि अनिल बलूनी की पोस्ट से उनकी विभाजनकारी सोच उजागर हुई है। अंशुल ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से सवालिया लेहजे में पूछा कि वो बताए कि क्या उनकी पार्टी भी अपने राज्य सभा सांसद की कड़वी ज़ुबान से सहमत है?
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए की क्या बलूनी की तरह पूरी पार्टी की उतराखंडियत में भी धर्मनगरी हरिद्वार का यही स्थान है? यदि नहीं तो अभी तक भाजपा ने बलूनी पर कार्यवाही क्यों नहीं की। अंशुल ने कहा कि भाजपा जब जब अपनी जमीन खिसकती देखती है उसे विभाजन की राजनीति याद आती है। भाजपा कभी धर्म के नाम पर तो कभी क्षेत्र के नाम पर समाज को बांटने का काम करती है। उन्होंने कहा कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी प्रदेश वासियों को अनिल बलूनी की सोच की निंदा करनी चाहिए।