भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते है। इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व ने निर्णय ले लिया है। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष समेत कुछ बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की भी दिल्ली जाने की सूचना चलती रही। सूत्रों की माने तो प्रदेश अध्यक्ष पर सीएम धामी के साथ कुछ विधायकों को चुनाव हराने की साजिश रचने के आरोप है।
विधानसभा चनाव—2022 में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद समेत कई विधायक चुनाव हार गए। चर्चा निकलकर सामने आई कि मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को चुनाव हराने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने षड़यंत्र रचा। चर्चा है कि मुख्यमंत्री को हराने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी भुवन चंद्र कापड़ी को करोड़ों रूपये की फंडिंग कराई गई। स्वामी यतीश्वरानंंद को हराने के लिए अपने रिश्तेदार नरेश शर्मा को ही विपक्षी पार्टी का प्रत्याशी बनवा दिया। इसके लिए भी अपने कोष का मुंह खोल दिया। विपक्षियों के साथ चुनावों की रणनीति बनाने में सहयोग किया। हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा में जिन लोगों को आगे बढ़ाया उन्हें चुनाव हराने के लिए काम कराने में लगा दिया। खनन करने वालों को मुख्यमंत्री हरीश रावत बनने का ख्वाब दिखाते हुए सुपर सीएम के रूप के अनुपमा रावत को बताते हुए चुनाव में काम कराने के लिए लगा दिया। उनका मिशन यहां तक को सक्सेस फुल रहा।

हरिद्वार में भाजपा नेता की पोस्ट
हरिद्वार में भाजपा नेता की पोस्ट

लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने स्थिति भांपते हुए विधायक का चुनाव हारे हुए पुष्कर सिंह धामी को दोबारा से मुख्यमंत्री बनाकर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुख्यमंत्री बनने के सपने को चकनाचूर कर दिया। इसी के साथ हरिद्वार जनपद में किसी भी विधायक को मंत्री बनने का अवसर भी नहीं मिला। सोशल वेबसाइटों पर तरह—तरह की चर्चा होती रही। मदन कौशिक के समर्थकों ने पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में जश्न तो मनाना दूर खुन्नस निकालते हुए मुर्दाबाद के नारे तक लगा डाले।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने विधानसभावार समीक्षा बैठक की तो उसमें जो तथ्य सामने निकलकर आए, उन्हें चार दिन पहले हुए चिंतन शिविर में रखा गया। ​चर्चा निकलकर सामने आई कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर जल्द ही अन्य नेता की ताजपोशी होगी। जिसे लेकर शुक्रवार को प्रदेश के नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष का ताज किसी अन्य नेता के सिर पर सजाकर उन्हें संगठन मजबूत करने की जिम्मेदारी मिल जाएगी।