जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत एक बार फिर बहादराबाद थाने पहुंच गई। थाने में पहुंचकर थानेदार पर अवैध खनन में लिप्त डंफर को छुड़ाने के लिए दवाब बनाया। थाने में एएसपी भी मौजूद थीं, लेकिन विधायक का दवाब काम नहीं आया। थानेदार ने स्पष्ट कर दिया कि ओवरलोड हो या अवैध खनन, करने वाले पर कार्रवाई जरूर होगी।
मामले के अनुसार बहादरपुर जट्ट निवासी शकील खान खनन आदि में डंफर चलाते हैं। बुधवार को चैकिंग के दौरान बहादराबाद थाना पुलिस ने डंफर को अवैध लोडिंग एवं अवैध खनन सामग्री ले जाते हुए पकड़ लिया। पुलिस ने डंफर को सील करते हुए मालिक पर कानूनी कार्रवाई की। कार्रवाई होने पर शकील खान ने कांग्रेस की विधायक से डंफर को छुड़वाने के लिए कहा। जिस पर विधायक अनुपमा रावत सीधे ही बहादराबाद थाने पहुंच गई। थाने में एएसपी रेखा यादव और थानेदार से ​मिली। विधायक ने पूर्व की भांति दोनों पुलिस अधिकारियों पर डंफर छुड़वाने के लिए दवाब बनाया। लेकिन वे विधायक के अनावश्यक दवाब में नहीं आए। इस बार विधायक अवैध खनन के संलिप्त डंफर को छुड़वाने के लिए गई तो वीडियो नहीं बनवाया।
पहले भी विधायक अनुपमा रावत कानून तोड़ने वालों और अपराध करने वालों की पैरवी के लिए थाने जा चुकी है और सिलसिला निरंतर जारी है। ऐेसे में अपराध बढ़ेंगे फिर यही विधायक अपराध बढ़ने पर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाती नजर आएगी। जनता की ओर से जिला पंचायत सदस्य सोहनवीर पाल, भाजपा नेता अरविंद कुमार की मांग है कि विधायक को अपना मंसूबा स्पष्ट कर देना चाहिए कि वह चाहती क्या है, विधायक अपराधियों को पनाह देकर अपराध बढ़वाना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि विधायक ने यदि पुलिस—प्रशासन पर दवाब बनाया तो विधानसभा अध्यक्ष से विधायकी खत्म करने की मांग उठाएंगे।