जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा उत्तराखंड के आह्वान पर चिकित्सा स्वास्थ्य के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर, पेंशन बंद करने को लेकर काला दिवस घोषित कर काली फीती और काला मास्क काली टोपी पहन कर प्रदर्शन किया।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, लेब टेक्नीशियन एसोसिएशन के प्रदेश सचिव महावीर चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज वर्मा, अध्यक्ष सुरेश बेलवाल, उपाध्यक्ष प्रदीप मौर्य, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य राजेंद्र तेश्वर, जिला मंत्री राकेश भंवर के नेतृत्व में काली फीती बांधकर प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक पेंशन बहाली नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
डॉ रविन्द्र चौहान फार्मेशिस्ट संवर्ग से कमलेश कुमार, वरिष्ठ सदस्य सुरेश चंद्र, मुलचंद चौधरी ने कहा कि अधिकारी कर्मचारियों के साथ हमेशा से नाइंसाफी होती आ रही है, जबकि कोरोना महामारी में कर्मचारियों, अधिकारियों ने अपने परिवार की परवाह न करते हुए रोगियों की सेवा की किन्तु उसका सिला हमें ये दिया जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार, उपशाखा अध्यक्ष गुरुकुल/ऋषिकुल राकेश चंद्र, छत्रपाल सिंह मंत्री आशुतोष गैरोला ने कहा कि संघ हमेशा से ठेका प्रथा और संविदा का विरोध करता रहा है वो इसलिए 30 सितम्बर को गुरुकुल में कार्यरत पीआरडी कर्मी रवि की दुर्घटना में मौत होने के कारण आज उसके बच्चे परिवार असहाय हो गया है। सरकारी सेवा में कम से कम मृतक आश्रित में सेवा का मौका ओर पेंसन का प्राविधान था जो बिल्कुल समाप्त कर दिया गया है। संघ मांग करता है मर्तक के गुजर बसर के लिए 20 लाख का मुआवजा दिया जाए और उसकी पत्नी को उसकी जगह सेवा में लिया जाए।
प्रर्दशन करने वालों में सर्व डॉ रविन्द्र चौहान, दिनेश लखेडा, राकेश भंवर, महावीर चौहान, नरेंद्र चौहान, प्रदीप मौर्य, राजेन्द्र तेश्वर, सुरेश, मूलचंद चौधरी, कमलेश कुमार, महेश कुमार, रजनी आदि ने समर्थन किया।