जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। बहुजन समाज पार्टी की नीतियों के ख़िलाफ़ चलने वाले, पदाधिकारियों पर टिकट बेचने के साथ प्रदेश अध्यक्ष पर रुपये लेकर पद देने, पुतला फ़ूंकने वाले के साथ प्रदेश कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने वाले को लोकसभा प्रभारी बनाने का पार्टी में विरोध शुरू हो गया है। इससे सभी में आक्रोश भी है। उन्होंने ऐसे व्यक्ति को पद देने पर पार्टी की छवि धूमिल होने के साथ हाईकमान तक मामले को पहुँचाने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि उक्त व्यक्ति भाजपा की पृष्ठ भूमि का व्यक्ति है। इससे पार्टी के जनधार को भी ख़तरा है।
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश कार्यालय शिवालिकनगर पर क़रीब एक महीने से मोनू राणा अपने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन के साथ प्रदेश अध्यक्ष का लगातार पुतला फ़ूंककर पार्टी को बदनाम करने का काम कर रहा था। कार्यालय पर होने वाले कार्यक्रमों में भी विघ्न डाल रहा था। मोनू राणा ने पार्टी के क़द्दावर नेताओं पर संगीन आरोप लगाए। उसने पार्टी के टिकट बेचने के साथ पदाधिकारियों पर पार्टी को कमज़ोर करने के आरोप लगाए। यही नहीं प्रदेश अध्यक्ष नरेश गौतम को बाहरी बताकर पद देने के नाम पर रुपये लेने के बेहद ही संगीन आरोप लगाए। पार्टी के कार्यालय के बाहर कई दिनों तक धरना करने से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता रहा।जहां उक्त व्यक्ति पर पार्टी को बदनाम करने पर मानहानि का मुक़दमा दायर करना चाहिए था, उसे पार्टी से आजीवन निकालकर कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अब उसे पार्टी ने इसका ईनाम देते हुए लोकसभा प्रभारी बनाकर दे दिया। पार्टी के सदस्यों ने पार्टी के उसूलों के ख़िलाफ़ क़रार दिया है। उनका कहना है पार्टी अनुशासन के लिए जानी जाती रही है, सत्ता में रहते हुए बसपा सुप्रीमो ने कभी सिद्धांतों के ख़िलाफ़ जाकर काम नहीं किया। लेकिन अब पार्टी विरोधी व्यक्ति को पद देकर कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने का काम किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उक्त व्यक्ति को पार्टी से पदमुक्त करके बाहर नहीं निकाला तो पार्टी को इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा।
