जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। देहरादून निवासी श्याम सुंदर जयसवाल पुत्र गोपी चंद जयसवाल निवासी मॉडल कालोनी देहरादून ने अपने को सीनियर अधिवक्ता बताकर अनेकों लोगों से मुकदमें की पैरवी करने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली है। हरिद्वार निवासी विपिन शर्मा से भी मुकदमें की पैरवी करने के नाम पर मोटी रकम वसूल ली। मामले का खुलासा जब हुआ जब पीड़ित पर बैंक की ओर से नो​टिस पर नोटिस आते रहे। जानकारी करने पर पता चला कि श्याम सुंदर कोई अधिवक्ता नहीं हैं, बल्कि अनेकों लोगों को ठग चुका है। उससे विपिन शर्मा ने अपने रूपये वापस मांगे तो उसने जान से मारने की धमकी दी।
दीपिका इंडेन गैस सर्विस भूपतवाला के प्रबंधक विपिन शर्मा पर बैंक का बकाया था। विपिन शर्मा ने बताया कि ऋण जमा करने के लिए बैंक की ओर से नोटिस जारी हुआ और एक विज्ञापन अखबार में प्रकाशित हुआ। अखबार में जारी हुए पते के अनुसार अपने को अधिवक्ता बताते हुए श्याम सुंदर जयसवाल ने विपिन शर्मा से संपर्क साधा। विपिन शर्मा उससे देहरादून जाकर मिले और बकाया धनराशि को जमा करने का समय मांगने के लिए मुकदमा दायर कराने के बदले में फीस के रूपये दे दिए। श्याम सुंदर जयसवाल ने किसी अन्य अधिवक्ता की मुहर लगाकर फर्जी वकालतनामा दिखाकर मुकदमा दायर करने की बात कही। लेकिन जब बैंक की ओर से बकाया जमा करने के लिए नोटिस आए तो विपिन शर्मा उसके कार्यालय पहुंचे तो फिर मोटी रकम वसूल ली। अब विपिन शर्मा को शक हुआ तो जिस अधिवक्ता की मुहर लगी हुई थी उनसे मिले तो उन्होंने अपने पास ऐसा मुकदमा न होने और श्याम सुंदर के संबंध में कोई जानकारी न होने की जानकारी दी। जिस पर विपिन शर्मा को ठगी का एहसास हुआ। उसके कार्यालय पर चक्कर काटने पर पता चला कि कई लोग ठगी का शिकार हुए भी चक्कर काट रहे हैं। पता चला कि उक्त व्यक्ति कोई अधिवक्ता नहीं है, बल्कि ठगी में जेल भी जा चुका है।
विपिन शर्मा ने बताया कि जब उसने अपने रूपये वापिस मांगे तो उक्त व्यक्ति ने उसे जान से मारने की धमकी दी। विपिन शर्मा की तहरीर पर नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए एसआई विजेंद्र सिंह कुमाई को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।