जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्वागत में या वे जिन कार्यक्रमों में शामिल होंगे, उनमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के खेमे के नेता शामिल नहीं होंगे। यह हम नहीं, बल्कि कार्यक्रमों की तश्वीर बयां कर रही हैं। कोई भी नेता मुख्यमंत्री से मुलाकात करने तक नहीं जा रहा है। इसी के साथ एक बड़ी चर्चा यह भी चल रही है कि हरिद्वार में महामहिम राष्ट्रपति के कार्यक्रम से भी खेमे ने दूरी बनाकर रखी।
हरिद्वार शहर के विधायक को भाजपा ने प्रदेश का सबसे बड़ा पद नवाजा हुआ है। सत्ता का दोबारा से गठन हुआ तो उन्हें मुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया तो उनमें खेमे में मायूसी फैली हुई है। भाजपा की सत्ता दोबारा से आने पर उन्हें कोई खुशी नहीं है। बल्कि अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार में आते हैं तो प्रदेश अध्यक्ष के खेमे से कोई भी नेता स्वागत में नहीं जाता है। यहां तक कि जिन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री शामिल हो रहे हैं, उनमें भी समर्थक नेताओं का प्रवेश नहीं हो रहा है। सूत्रों की माने तो जो एक या दो नेता मुख्यमंत्री के स्वागत में चले गए तो उन्हें भी टॉर्चर किया जा रहा है। बाकायदा फेसबुक पर लिखकर इंगित किया जा रहा है कि उनके नेता वें हैं और उनके आदेशों के बिना जाने वाले हित में नहीं है। उन पर तरह—तरह के निशाने साधे जा रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा पार्टी को खेमे में बांटकर नुकसान पहुंचाने का काम किया जा रहा हैं, इससे विपक्षी पार्टियों को मजबूत करने का काम होगा।
