जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में विकास कार्य के सभी एजेंडे सर्वसम्मति से स्वीकृत हो गए। अब गांवों के हर गली—मोहल्ले की सड़क बनेगी। शुद्ध पेयजल के लिए हैंडपंप भी लगेंगे और अन्य शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए भी काम होगा। हालांकि बैठक में नए सदस्यों को विभागीय जानकारी नहीं मिल सकी, क्योंकि किसी भी विभाग का अधिकारी बोर्ड बैठक में शामिल नहीं हो सका। भाजपा के विधायक भी बोर्ड बैठक में शामिल नहीं हुए। जिला पंचायत चेयरमैन की ओर से सभी विभागों के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। दूसरी सबसे बड़ी बात यह भी रही कि सदस्यों को खाते में कितने रूपये का बजट सुरक्षित है और कितने की पिछली देनदारी है, यह भी नहीं बताया गया।
जिला पंचायत के खाते में डेढ़ साल का बजट सुरक्षित है, चर्चा होती थी कि खाते में 100 करोड़ से अधिक का बजट सुरक्षित है। इस बजट में जिला पंचायत, जिला योजना, राज्य वित्त आदि मदों की धनराशि होती है। सभी सदस्यों को उम्मीद थी कि उन्हें दो—दो करोड़ से अधिक के काम एक साथ मिलेंगे। इससे क्षेत्र की सड़कें एवं अन्य विकास कार्य तेजी से शुरू हो सकेंगे। सभी सदस्यों ने अनेकों सड़कों के प्रस्ताव भी जिला पंचायत चेयरमैन चौधरी किरण सिंह उर्फ राजेंद्र सिंह को सौंपे। अब जिस बैठक का लंबे समय से सदस्यों को इंतजार था, वह शनिवार को पूरा हो गया।
शनिवार को जिला पंचायत की प्रथम बोर्ड बैठक हुई। कोरम पूरा होने पर बोर्ड बैठक में सदस्यों का परिचय हुआ। सदस्यों ने मांग उठाई कि सभी सदस्यों के क्षेत्रों में एक समान विकास कार्य होने चाहिए, लेकिन जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित चौहान ने कहा कि जरूरत के हिसाब से विकास कार्य आवंटित होंगे। ​
जिला पंचायत चेयरमैन चौधरी किरण सिंह ने आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार को कई प्रस्ताव भेजे गए हैं, जिनकी स्वीकृति और बजट मिलते ही कार्य शुरू हो जाएंगे।
बोर्ड बैठक में विभागीय अधिकारियों के न आने पर कई सदस्यों ने आपत्ति उठाई, जिस पर चेयरमैन ने एएमए को सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।
बोर्ड बैठक में शामिल जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन एवं सदस्य चौधरी राजेंद्र सिंह, विधायक ममता राकेश, विधायक शहजाद अली, विधायक सरबत करीम आदि ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एवं सदस्यों को बधाई दी। हालांकि बोर्ड में भाजपा का एक भी विधायक शामिल न होने की चर्चा होती रही।