जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। लंबे समय से जनता की सेवा के कार्यों को निष्ठा के साथ करने वाले समाजसेवी डॉ विशाल गर्ग विधानसभा चुनाव में किस्मत अजमा सकते हैं। उन्होंने समाजसेवा का काम धर्म एवं जातिवाद से दूर रहकर किया है और निरंतर कर रहे हैं। उनके समर्थकों की इच्छा है कि वे शहर के विधायक बनें और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का काम करें। यदि वे चुनाव मैदान में उतरे तो उन्हें उनके मिलनसार एवं अच्छे व्यक्तित्व का फायदा मिलेगा। इसके लिए डॉ विशाल गर्ग के पार्टी बदलने के संकेत मिल रहे हैं।
डॉ विशाल गर्ग का नाम सामने आते ही समाजसेवा की तश्वीर सामने आ जाती है। पिछले कई सालों से वे स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान शिविर लगाने का काम करते रहे हैं। उन्होंने विशेषज्ञ डॉक्टरों से शहर एवं दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराई, इससे लोगों को बड़ा फायदा मिला। उन्होंने शहर के अस्पतालों में निशुल्क ओपीडी के साथ इलाज के शुल्क में छूट दिलाने का काम लगातार किया।
रक्तदान शिविरों में उन्होंने विशेष भूमिका निभाते हुए लोगों को रक्तदान के प्रति प्रेरित किया और ब्लडबैंक के माध्यम से जरूरतमंदों को ब्लड दिलाने का काम किया। उन्होंने विशेष ग्रुप के युवाओं से जरूरतमंद के लिए रक्तदान कराकर अनेकों जान बचाने का काम किया।
डॉ विशाल गर्ग गरीबों की बस्तियों के मसीहा है। वे बच्चों की पढ़ाई के लिए पाठन सामग्री का वितरण हर साल करते हैं और बच्चों के स्वस्थ रहने के लिए दवाएं भी वितरित कराते हैं। गरीब बस्तियों में जब भी स्वास्थ्य शिविर लगवाया तो दवा भी निशुल्क उपलब्ध कराई।
कोरोना कार्यकाल में डॉ विशाल गर्ग ने खूब जनसेवा की। जरूरतमंद लोगों को राशन किट उपलब्ध कराई तो भोजन भी वितरण कराया। राशन किट तो उन्होंने घर—घर तक पहुंचाई। सबसे बड़ी यह रही कि कुछ लोग राशन किट देते समय वोटर देखते थे, लेकिन उन्होंने जरूरतमंद की जरूरत देखकर मदद की। लोग उनके कार्यों की तारिफ करते हुए नहीं धकते।
डॉ विशाल गर्ग बच्चों की छिपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए बॉक्सिंग भी चलाते हैं। उन्होंने हरिद्वार में नेशनल मैच भी कराएं। उनसे बच्चों का लगाव है।
डॉ विशाल गर्ग की एक बड़ी खासियत ये है कि वे जातिवाद और धार्मिक उन्माद की बातों से दूरी बनाकर रखते हैं। वे कहते हैं कि जाति केवल मानव है और उसकी सेवा करना सर्वधर्म है। यदि जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा हो गई तो जीवन का सबसे बड़ा उदृदेश्य पूरा हो जाता है। उनका मानना है कि एक धर्म की पूजा और दूसरे का अपमान करना व्यक्ति का सबसे बुरा पहलू है।
डॉ विशाल गर्ग का जनसेवा का ध्येय निरंतर विस्तृत होता जा रहा है। इसके लिए उन्होंने आवास में जनसेवा कार्यालय खोल लिया है। कार्यालय के माध्यम से कोरोना से बचाव को वैक्सीन लगवाने का काम किया तो अब आधार कार्ड बनवाने से लेकर अपडेट या किसी भी प्रकार के संसोधन का काम करवा रहे हैं।
डॉ विशाल गर्ग की जनसेवा को देखते हुए लोग चाहते हैं कि वे जन प्रतिनिधि बनकर सरकारी योजनाओं को उन तक पहुंचाने का काम करें। समर्थक चाहते हैं कि वे विधायक बनें। अब जिस तरह का माहौल चुनाव का है तो उसके लिए राजनैतिक मंच जरूरी है। हालांकि फिलहाल वे भाजपा के मंच से काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ संकेतों के आधार देखें तो लगता है कि वे चुनाव मैदान में उतरने को मंच बदल सकते हैं।