जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी के पास हुए हिमस्खलन में 29 प्रशिक्षणार्थियों में से हरिद्वार जनपद क्षेत्र के लालढांग का युवा ट्रेनर संतोष कुकरेती आयु 31 वर्ष का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। 29 में से 27 के शव बरामद होने पर परिजनों एवं क्षेत्रवासियों को अब किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं लग रही है। संतोष के इंतजार में परिजनों की आंखे रोते—रोते पथरा गई है। संतोष के साथ बचपन के मित्र और साथ पढ़े आलोक द्विवेदी ने दुख जताते हुए बताया कि संतोष बेहद प्रतिभाशाली युवक है, वह जरूर आएंगा और अपने सपने पूरा करेगा।
क्षेत्र के चमरिया गांव के युवक संतोष कुकरेती पुत्र अशोक कुकरेती उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन के दिन 4 अक्तूबर से लापता होने से बेहद परेशान है। ट्रेनर संतोष कुकरेती भी 29 प्रशिक्षार्णियों के साथ था। संतोष के चाचा गणेश कुकरेती ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए वे 17 सितंबर को उत्तरकाशी गए थे और संतोष को प्रशिक्षण पूरा होने के बाद 18 अक्तूबर को घर आना था। लेकिन बीच में हिमस्खलन होने की सूचना आते ही पूरे परिवार चिंतित है। लेकिन अब अन्य युवकों की सूचना आने पर बेहद चिंतित है। संतोष अपने चाचा गणेश कुकरेती के पास ग्राम चमरिया में ही पले पढ़े थे, उनकी शिक्षा भी लाला ओमप्रकाश इंटरमीडिएट कॉलेज में हुई। बाद की शिक्षा दिल्ली से की। वे मूलतया पौड़ी जनपद के ग्राम जौरासी तल्ली दुग्गड़ा के निवासी है।
उनके परिवार के ही भाजपा के मंडल अध्यक्ष आलोक द्विवेदी ने बताया कि संतोष के बारे में पल—पल की अपडेट ले रहे हैं, लेकिन कोई पता न चल पाने से बैचेनी बढ़ती जा रही है।
उत्तरकाशी हिमस्खलन में अभी तक कुल 27 शव बरामद किए गए हैं। 2 ट्रैकर ट्रेनी अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
