जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। देहरादून जिले के रानीपोखरी क्षेत्र में हुई हैवानियत की घटना से हर कोई हैरान है। पत्नी के गैस सिलेंडर बदलने को कह देने पर ही व्यक्ति हैवान बन गया और एक-एक कर पत्नी समेत तीन बेटियां और जन्म देने वाली बुजुर्ग मां को भी गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के दौरान हत्यारोपी की दरांती टूट गई तो उसने रसोई में रखा सब्जी काटने वाला चाकू लेकर दो बेटियों एवं मां का गला रेत दिया। दर्दनाक हादसे से हर कोई हैरत में पड़ा हुआ है कि एक व्यक्ति अपने परिवार को इस तरह कैसे मिटा सकता है।
रानीपोखरी में 29 अगस्त की सुबह दर्दनाक घटना सामने आने गई। 30 साल पहले बांदा छोड़कर रानीपोखरी में बसकर अपनी गृहस्थी बसाने वाला महेश कैसे पूरे परिवार के एक-एक कर सभी सदस्यों की निर्मम हत्या करते चला गया। घटना की वारदात जेहन में आते ही हर कोई सिहर उठता है। हत्यारोपी महेश कोई काम नहीं करता था, केवल पूजा पाठ कर तंत्र विद्या करता था। सोमवार की सुबह जब रसोई में गैस सिलेंडर बदलने को उसकी पत्नी नीतू देवी ने कह दिया तो गुस्से से पहुंचा और तो वही पर रखी दरांत से उस पर वार दिया। वह चिल्लाती हुई ड्राइंग रूम में पहुंची तो वहां पर पकड़कर गला रेत दिया। शोर सुनकर उसकी 13 वर्षीय बेटी अपर्णा पहुंची तो उसका भी गला रेत दिया। फिर छोटी बेटी 9 साल की अन्नपूर्णा ने मंजर देखा तो उसकी चीख निकल गई। उसने पड़ोसियों को आवाज लगाई, लेकिन दरिंदे ने उसे पकड़ लिया और उसकी भी निर्मम तरीके से गला रेतकर हत्या कर दी गई। बीच की विकलांग बेटी 11 वर्षीय सुवर्णा को रसोई में थी उसे भी मौत के आगोश में पहुंचा दिया। इसके बाद दूसरे कमरे में कपड़े लगा रही मां बीतन देवी का गला रेत दिया। उसकी शादी 18 साल पहले नीतू से हुई थी, लेकिन दरिंदे ने सभी को मौत के आगोश में सुला दिया।
मृतकों में मां समेत तीन पुत्रियां व पत्नी शामिल
बीतन देवी उम्र 75 वर्ष- माता
नीतू देवी उम्र 36 वर्ष- पत्नी
अपर्णा उम्र 13 वर्ष- पुत्री
अन्नपूर्णा उम्र 9 वर्ष पुत्री
स्वर्णा उर्फ गुल्लो उम्र 11 वर्ष पुत्री