जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार में छात्रों ने नए सत्र के शुरू होने से पहले ही छात्र संघ चुनाव कराने की मांग उठाई है। उनका तर्क है कि छात्र हितों की आवाज बिना छात्र संघ कार्यकारिणी के उठाई नहीं जा रही है। छात्र अपने को असहज महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रक्रिया शुरू न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
छात्रों पर शोषण व अत्याचार के निराकरण के लिए छात्रसंघ चुनाव होने चाहिए। छात्रों ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में एकत्रित होकर अपने साथ हो रहे अन्याय व शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हुए प्रशासन से तत्काल चुनाव बहाल किए जाने की मांग की है। गत 2 वर्षों में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में चुनाव नहीं हो रहे हैं जिस कारण छात्रों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छात्र अपने आप को नेतृत्व विहीन समझ रहे हैं उनके पास अपना प्रतिनिधित्व ना होने के कारण छात्र किसी भी प्लेटफार्म पर अपनी समस्याओं को उठाने में असमर्थ हैं।
संस्कृत भारती जनपद विश्वविद्यालय प्रमुख नवीन ने कहा कि जब विश्वविद्यालय में कर्मचारी व शिक्षक संघ चुनाव के माध्यम से अपने प्रतिनिधि नियुक्त करता है तो फिर 5000 से भी अधिक संख्या वाले छात्र समूह को इस अधिकार से वंचित रख पाना कैसे न्याय संगत हो सकता है?
और साथ ही जिन अध्यापकों को अध्यापन कार्य के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों का प्रभार दिया गया है। उनका अध्यापन कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पाता जो कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने जैसा है अतः इस प्रकार के सभी शिक्षकों को प्रशासनिक कार्यों से मुक्त कर अध्ययन- अध्यापन के लिए स्वतंत्र किया जाए ताकि शिक्षा के क्षेत्र में उनका उचित उपयोग हो सके। इन मांगों को न मानने पर छात्रों ने एक सप्ताह बाद आंदोलन करने की धमकी भी दी।
इस दौरान छात्र नेता संजीवन, आदित्य, राहुल, मोहित, वंश यादव, सुखदेव, आशु मलिक, कार्तिक, अंकित, सचिन, मनीष कुमार, विवेक आदि मौजूद रहे।