जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि आखिर ज्वालामुखी फूट ही गया अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के बयान का स्वागत। मैं इस बात को पहले से ही कहता चला आ रहा हूं की कुंभ के आयोजन में लापरवाही बरती गई है धार्मिक परंपराओं से खिलवाड़ तथा धार्मिक कार्यों में अनाधिकार हस्तक्षेप बीजेपी की सरकार द्वारा किया जा रहा है। संतो के स्थान पर श्री राम मंदिर का भूमि पूजन कर नरेंद्र मोदी ने यह संदेश देने का काम किया कि अब धर्म के ठेकेदार भी भाजपा की सरकारें हैं संतों का कोई महत्व सनातन धर्म में नहीं है। उसी से शिक्षा लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री कुंभ के मामले में सरकार की नाकामियों को छिपाने के लिए कोरोना का बहाना बनाया और कुंभ का महत्व समाप्त कर दिया। शाही स्थानों की संख्या कम करने और बार-बार मेला अवधि बदलना यह मुख्यमंत्री के कुंभ और धार्मिक मामलों के प्रति अनास्था का प्रतीक है। आदरणीय महंत नरेंद्र गिरि ने माघ मेला तथा वृंदावन में चल रहे कुंभ का उदाहरण देकर उनके इरादों पर सवाल उठाया परंतु बिहार, बंगाल, हैदराबाद, अहमदाबाद और देशभर में हो रहे चुनाव में हो रही रैलियों पर यह नियम लागू क्यों नहीं किया गया इसका जवाब भी भाजपा को देना चाहिए। इसके अतिरिक्त कुंभ में हुए व्यापक भ्रष्टाचार क्षेत्र की उपेक्षा जनहित के कार्यो को कराने के स्थान पर सरकारी धन से प्रचार-प्रसार का झूठ फैलाया जा रहा है हम इसकी निंदा करते हैं। और कांग्रेस जल्द ही भ्रष्टाचार का खुलासा कर जनता में जाएगी।
