जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार ग्रामीण की विधायक अनुपमा रावत पांच महीने में एक भी विकास कार्य नहीं करा सकी है, लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के स्वीकृत कार्यों का लोकार्पण कर झूठा श्रेय लेने का प्रयास जरूरी कर रही हैं। बुधवार को पथरी क्षेत्र में जो कारनामा किया, उससे क्षेत्र में माहौल खराब करने का प्रयास जरूर किया। सूत्रों की माने तो क्षेत्र के कई ऐसे भी लोग उनके साथ है जो पूर्व में संगीन अपराधों में संलिप्त रहे हैं।
विधानसभा चुनाव-2022 के लिए मतदान 14 फरवरी को हुआ तो परिणाम 10 मार्च को जारी हो गया था। 23 मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ग्रहण की। इसके बाद से नए सत्र के विधायिका का कार्यकाल लागू हो गया। विधायकों के कार्यकाल को पांच महीने का समय भी हो चुका है, लेकिन इन पांच महीनों में हरिद्वार की ग्रामीण सीट से कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत केवल विधायक निधि से स्वीकृत हुई कुछ सड़कों का काम शुरू करा चुकी है, लेकिन पांच महीने में एक भी काम पूरा नहीं हो सका है। लेकिन विधायक पूर्व के सत्र से चल रहे कार्यों पर पहुंचकर कभी उनका निरीक्षण का बहाना तो कभी उनके लोकार्पण कर झूठा श्रेय लेने के चक्कर में प्रपंच रच रही हैं।
बुधवार को पथरी क्षेत्र में पूर्व कैबिनेट स्वामी यतीश्वरानंद अपने द्वारा स्वीकृत कार्यों के पूरा कराने के बाद उनके लोकार्पण करने पहुंचे, जबकि इस लोकार्पण कार्य का पिछले कई दिनों से प्रचार किया जाता रहा, लेकिन क्षेत्र की शांतिप्रिय जनता को उकसाने और झगड़े फसाद में झोंकने के लिए दल बल के साथ पथरी पहुंच गई। कार्यक्रम स्थल पर भाजपा नेताओं के साथ नोकझोंक भी हुई, लेकिन मामला बढ़ता देख भाजपा के नेताओं ने चुप्पी साधकर मामले को जैसे तैसे कर निपटाया। इसके बावजूद भी मामले में आग लगाने के लिए विधायक अनुपमा ने नारियल फोडकर लोकार्पण का प्रपंच रचा। हालांकि पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था।