जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
देहरादून। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के पूर्वघोषित आंदोलन कार्यक्रम में क्रमिक अनशन के तीसरे दिन में नेलसन अरोड़ा, सियाराम निषाद, अनिल कुमार, गुरुप्रसाद गोदियाल, दीपक धवन, शिवनारायण सिंह बैठे। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बार कर्मचारी आर—पार की लड़ाई के मूंड में हैं, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वे आंदोलन करते रहेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, दीपक धवन, संरक्षक मनवर सिंह नेगी ने कहा कि महानिदेशक ने अभी तक वार्ता के लिए नही बुलाया गया और 29 जुलाई का कार्यवर्त एक माह दिया गया और अब एक माह का समय और मांगा जा रहा है जो कि अन्याय पूर्ण है। इससे प्रदेश के कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। महानिदेशक को 07 सितम्बर तक क्रमिक अनशन जारी रहने अगर प्रस्ताव शासन को नहीं जाता तो 08 सितम्बर से प्रदेश के कर्मचारी आमरण अनशन पर महानिदेशालय में बैठेंगे। अगर इस दौरान किसी भी कर्मचारी को हानि होती है तो इसका पूर्ण उत्तरदायित्व महानिदेशालय का होगा।
प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण सिंह, महामंत्री सुनील अधिकारी, जिलाध्यक्ष देहरादून गुरुप्रसाद गोदियाल जिलामंत्री त्रिभुवंन पाल, प्रदेश संयुक्त सचिव रविन्द्र सिंह ने कहा कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुल सचिव द्वारा पदोन्नति और कर्मचारियों के एसीपी नहीं लगाई गई है और डीडीओ कोड को बहाल नहीं किया जा रहा है जो कि विश्वविद्यालय का अन्यायपूर्ण रवैया दर्शाया जा रहा है जो कि बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महानिदेशालय के बाद आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भी क्रमिक अनशन और आमरण अनशन किया जाएगा।
अनशन में नेलसन अरोड़ा, मनवर सिंह नेगी, गुरुप्रसाद गोदियाल, सियाराम निषाद, अनिल कुमार, दीपक धवन, शिवनारायण सिंह, सुरेंद्र कश्यप, सुनील अधिकारी, दिनेश लखेडा शामिल रहे।