जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
उत्तराखंड में सरकारी विभागों में हुई भर्तियों में धांधलियों में नकल माफियाओं के पास अकूत संपत्तियों का खुलासा हो रहा है। कुछ तो इनकी बेनामी संपत्तियां ऐसी है जोकि रिश्तेदारों या अन्य लोगों के नाम से खरीदी हुई है। नकल माफियाओं का राज कांग्रेस हो या भाजपा की सत्ता सभी में बराबर चलता रहा। एक माफिया की तो दो पत्नी हैं और थाईलैंड में प्रॉपर्टी खरीद ली। इन सभी में दिखावा केवल हाकम सिंह रावत ही करता था, जोकि रियाहसी जीवन जीता था और सरकार के सभी मंत्रियों एवं नंबर एक के अधिकारियों के साथ फोटो खींचवाने का शौकीन था।


मास्टरमाइंड राजेश चौहान की संपत्ति
पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड राजेश चौहान अरबों की संपत्ति का मालिक है। उसकी दो कंपनियों का 111 करोड़ करोड़ रुपये टर्नओवर है। लखनऊ में एक बड़े पब्लिक स्कूल में भी वह पार्टनर है। इसके अलावा एसटीएफ को उसकी कई नामी संपत्तियों का पता चला है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान की लखनऊ में कुछ संपत्तियों के बारे में पता चला है। इसके अलावा उसकी और परिवार के नाम पर कई और संपत्तियां भी हो सकती हैं। उसकी पत्नी के नाम पर एक फ्लैट भी है। राजेश चौहान की दो कंपनियां हैं। बताया जा रहा है कि राजेश की सीतापुर में भी बहुत सी संपत्तियां हैं।
ये हैं ज्ञात संपत्तियां और कंपनियां
आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड
आरएमएस टेक्नोटच सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड
लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में पार्टनरशिप
लखनऊ के जानकीपुरम में घर
पत्नी के नाम पर जानकीपुरम में फ्लैट
लखनऊ में दो बीघा जमीन
बैंक खाते में 20 लाख रुपये कैश


हाकम सिंह रावत के शौक
नकल माफिया हाकम सिंह विदेश घूमने का शौकीन है। पिछले कुछ समय के दौरान ही वह पांच बार थाईलैंड घूमने जा चुका है। यह भी जानकारी मिली है कि उसका थाईलैंड में पंचकर्मा का काम भी है, जिसके चलते वह बार-बार विदेश के दौरों पर जाता है।
बताया जा रहा है कि उसकी दो पत्नियां हैं, एक उत्तरकाशी में तो दूसरी देहरादून में रहती है। होटल, होम स्टे, सेब के बगीचे सहित कई बड़ी संपत्ति हाकम सिंह रावत के पास हैं।


चंदन मनराल की संपत्ति
खच्चर चलाने वाले चंदन मनराल अकूत संपत्तियों का मालिक बन बैठा, हालांकि वह हाकम सिंह की तरह दिखावा नहीं करता था, केवल वह व्यवसाय चलाने में व्यस्त रहता था। चंदन मनराल स्टोन क्रशर का मालिक भी बन गया। सात ट्रक तीन पोकलैंड, 13 बसें, पीरूमद्वारा में 15 एकड़ जमीन, रामनगर में 10 बीघा जमीन उसके नाम थी। अब मनराल की गिरफ़्तारी से नैनीताल जिले में हुई कुछ शिक्षा मित्रों की भर्ती पर भी जांच की तलवार लटक रही है। कुल मिलाकर चंद सालों में वह 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति का मालिक बन बैठा।