जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। पूर्व में भाजपा के नेता रहे नरेश शर्मा के द्वारा रानी मजरा गांव में मंदिर निर्माण को दिए 15 कट्टे सीमेंट के लौटा दिए हैं। उन्होंने एक कट्टा अतिरिक्त दिया है। मामले की पूरी रिकार्डिंग करते हुए युवाओं ने फेसबुक के माध्यम से वायरल कर दिया है। युवाओं ने तर्क दिया है कि उनके बुलाने पर कार्यक्रमों में नहीं पहुंचे थे तो उसने सीमेंट के कट्टे दान में दिए जाने का तर्क दिया था।


युवाओं ने फेसबुक पर ये शेयर किया मामला
हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र में आजकल एक युवा नेता नरेश शर्मा युवाओं को अपनी गन्दी राजनीति के जाल में फसा रहा है। इनकी गन्दी राजनीति का सच यह है कि हरिद्वार लक्सर रोड रानी मजरा के पास के गांव पुरानी कुंडी में एक मंदिर का निर्माण गांव वालों के द्वारा कराया जा रहा है। जिसमें नरेश शर्मा जी के द्वारा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मंदिर निर्माण कार्य के लिए मंदिर समिति को 15 कट्टे सीमेंट के दान दिए गए व उसका खूब प्रचार किया गया। उसके 1 हफ्ते बाद ही नरेश शर्मा जी का फोन गांव के ही कुछ युवाओं पर आने लगा कि उनकी रैली है, उसमें आना है पर समय के कारण वहां के युवा रैली में नहीं जा पाए। कुछ दिन बाद फिर से नरेश शर्मा जी द्वारा अपना जन्मदिन फेरुपुर के एक निर्भय फर्म में मनाया गया। फिर से उन्हें फोन किया गया। गांव के लोग फिर से नहीं गए तब नरेश शर्मा जी द्वारा गांव ही लड़को को फोन करके बोला जाता है कि सीमेंट के कट्टे लेकर तुम तो भूल ही गये।
गांव के लोगों द्वारा जवाब दिया गया वो कट्टे तो अभी रखे है तो आज के भावी विधायक जी का कहना था कि फिर वापिस भिजवा दो तब गांव मंदिर समिति द्वारा 15 के स्थान पर 16 कट्टे सीमेंट के भावी विधायक जी के कार्यकर्ताओं को शोप दिए। ऐसे है आज के नेता धर्म के कार्य में भी अपनी गन्दी राजनीति करने से बाज नहीं आते। इन्हें सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक चाहिए और सिर्फ भीड़ इकटठी करने के लिए किस हद तक गिर सकते है। इसका अंदाजा भी नहीं है। हरिद्वार ग्रामीण में अपनी राजनीति चमकाने के लिए आये बीजेपी का हाथ पकड़ कर आये फिर धीरे धीरे युवाओं को बहला फुसला कर जूठी पब्लिसिटी के लिए न जाने क्या क्या किया। और जब बीजेपी से टिकट मिलने की कोई उम्मीद नहीं रही तब आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। ये ऐसे नेता कभी भी क्षेत्र का विकास नहीं कर सकते। शर्म आती है ऐसे लोगों पर और ऐसी गन्दी राजनीति पर ये सिर्फ और सिर्फ कुर्सी के भूखे है। इलेक्सन जीतते ही ये क्षेत्र की जनता की सुध लेने भी नहीं आते। शर्म करो नरेश शर्मा जी धर्म के कार्य में भी अपनी गन्दी राजनीति को घुसा देते हैं और युवाओं को भृमित करते है ऐसे विद्यायक की जरूरत ग्रामीण वासियो को बिकुल नहीं है।