जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर में प्रथम जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र क्रीड़ा प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से छात्रों के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। संस्कृत के छात्र वाद-विवाद, श्लोकोचारण प्रतियोगिताओं के साथ-साथ शारीरिक प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखाएं और अन्य विधा के छात्रों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपने आपको तैयार करें। सही मायने में संस्कृत के छात्रों के लिए यह एक अनूठी परंपरा का आगाज गुरुकुल की धरती से हुआ है निश्चित रूप से यह अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
सोमवार को प्रथम जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र क्रीड़ा प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर में प्रारंभ हुआ। प्रथम जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र कितना प्रतियोगिता का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद महाराज, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव सुधांशु, संस्कृत शिक्षा के निदेशक डॉ शिव प्रसाद खाली, उपनिदेशक पद्माकर मिश्र, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुल सचिव गिरीश कुमार अवस्थी, गुरुकुल महाविद्यालय के मुख्य अधिष्ठाता सोम प्रकाश चौहान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं ओम के ध्वज को फहरा कर प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर अतिथियों के स्वागत सम्मान के बाद धावक यस नैलवाल द्वारा एथलेटिक मशाल लेकर प्रतियोगिताओं का विधिवत शुभारंभ किया।
छात्रों ने खेल के नियमों की प्रतिज्ञा लेकर खेल भावना से खेलने का संकल्प दोहराया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रानीपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक आदेश चौहान ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार संस्कृत के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य कर रही है इसी तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन संपूर्ण प्रदेश में होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में हमेशा संस्कृत के साथ हूं। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं की शुरुआत होना संस्कृत शिक्षा में एक नया आयाम होगा।
कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव सुधांशु ने कहा किस संस्कृत के छात्र अन्य छात्रों से दोयम दर्जे का न समझे वह किसी से कम नहीं है। संस्कृत भाषा प्राचीन भाषा है, उस भाषा को पढ़ने लिखने वाले छात्र विश्व पटल पर नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्हें आवश्यकता है अवसर प्रदान करने की और उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराने की। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं प्रेषित की और खेल को खेल की भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया।
संस्कृत शिक्षा निदेशक डॉ शिव प्रसाद खाली ने संस्कृत शिक्षा में खेल प्रतियोगिताओं का प्रारंभ होना मील का पत्थर साबित होगा जो अपने आप में एक अनूठा प्रयास है। इस प्रयास के लिए हरिद्वार जनपद के शिक्षकों एवं हरिद्वार संस्कृत शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक को साधुवाद दिया। उन्होंने उनके कार्य की प्रशंसा की उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आज की आवश्यकता है, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है अतः हम प्रत्येक प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें।


उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का प्रारंभ होना संस्कृत क्षेत्र के लिए एक उत्कृष्ट पहल है जिसके माध्यम से संस्कृत के छात्रों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। कार्यक्रम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऋषि संस्कृत महाविद्यालय के परमाध्यक्ष ऋषि रामकृष्ण महाराज ने छात्रों से आह्वान किया की प्रबंधक हर स्थिति परिस्थिति में संस्कृत विद्यालय चलाने को तैयार हैं परंतु आप सभी का सहयोग अपेक्षित है संस्कृत अध्ययन अध्यापन के साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में आपको अपनी भूमिका का निर्वहन करना होगा संस्कृत के छात्र जब हर क्षेत्र में आगे होंगे तो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार, कदाचार दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं उन्होंने संस्कृत के छात्रों से आह्वान किया संस्कृत छात्र जिस क्षेत्र में जाएंगे वे उस क्षेत्र का नाम रोशन जरुर करेंगे आज आपको अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने की सशक्त आवश्यकता है। इस अवसर पर सहायक निदेशक डॉ वाजश्रवा आर्य ने आए हुए अतिथियों का स्वागत सत्कार किया।
इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार अवधेश प्रताप सिंह, डॉक्टर प्रेमचंद शास्त्री, हरि गोपाल शास्त्री, अजय कौशिक, सोम प्रकाश चौहान, पंडित हेमंत तिवारी, डॉ नवीन चंद्र कुलदीप चंद्र, राकेश मेघवाल, अजमोद मोदी, दिनेश चौहान, विजय शास्त्री, सहित समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्य शिक्षक शिक्षिकाएं एवं छात्र उपस्थित रहे।


आयोजन समिति के सदस्य डॉ नवीन चंद्र पंत ने बताया कि प्रतियोगिता में 350 से ऊपर छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं आज हुई प्रतियोगिताओं में 800 मीटर की प्रतिस्पर्धा में यस नैलवाल ऋषि कुल विद्यापीठ प्रथम, हिमांशु बेलवाल उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय द्वितीय, पंकज सैनी गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर तृतीय स्थान प्राप्त किया। वही कनिष्ठ वर्ग में आदेश गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर प्रथम, ऋतिक गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर द्वितीय एवं आदेश कुमार गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर हरिद्वार तृतीय स्थान पर रहे। उप कनिष्ठ वर्ग में विशाल गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर प्रथम, सनी गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर द्वितीय एवं हिमांशु कुमार श्री जगद्गुरु श्री चंद्र संस्कृत महाविद्यालय तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर प्रकाश चंद जोशी द्वारा किया गया।