मदरसों में मीड—डे—मील में घोटाला— फाइल फोटो

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। हरिद्वार जनपद में चल रहे मदरसों में मीड—डे—मील के नाम पर घोटाला किया जा रहा है। सबसे ज्यादा घोटाले बहादराबाद ब्लॉक में सामने आ रहे हैं। कई मदरसों में 250 से अधिक बच्चे दर्शाएं हुए हैं, लेकिन गांव में ही मुस्लिम समाज के बच्चे 70 ही है। पूरे प्रकरण में खंड शिक्षा अधिकारी के साथ—साथ बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी की संलिप्तता सामने आ रही है। घोटाला जारी रहे, इसके लिए बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी ने खानपुर की खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति यादव को अतिरिक्त चार्ज सौंप दिया। पूरे मामले की जांच जिलाधिकारी से की गई है।
पीठ बाजार बहादराबाद के निवासी राहुल कुमार ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपा है। जिसमें मदरसों में अनियमितता एवं घोटाले की जांच की मांग उठाई है। अवगत ​कराया है कि मदरसों में बच्चों की संख्या कम हैं, लेकिन मिड—डे मील की धनराशि हड़पने के लिए कई गुणा बच्चों की संख्या प्रदर्शित की हुई है। मदरसों में मिड—डे—मील का घोटाला बहादराबाद ब्लॉक में सबसे ज्यादा किया जा रहा है।
बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी ने 7 नवंबर—2022 को खंड शिक्षा अधिकारियों एवं उप शिक्षा अधिकारियों को आदेशित किया था कि मदरसों की जांच करने हेतु कमेटी गठित करें, लेकिन जांच कमेटी में अधिकारियों ने मिलीभगत करने वाले बाबुओं और सहायक अध्यापकों को शामिल कर दिया, जिन्होंने मदरसों के प्रबंधकों से मिलकर जांच के नाम पर उगाही की है।
शिकायतकर्ता ने मिड—डे—​मील की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग उठाई है।
ये है मामला ————
डीईओ के आदेश को 17 दिन बाद ही बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बदला
हरिद्वार। मुख्य शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल ने 30 सितंबर—2022 को आदेश जारी किया कि बहादराबाद ब्लॉक की प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मुदिता पंत 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गई हैं, जिनके बाद कार्य सुचारू होता रहे इसके लिए स्वराज सिंह तोमर को सौंप दिया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल के आदेश को ​बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल ने 17 अक्तूबर को बदलते हुए स्वराज सिंह तोमर को पदमुक्त करते हुए खानपुर की खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति यादव को सौंपने के आदेश दिए।
अब दीप्ति यादव खानपुर ब्लॉक कार्यालय में नहीं पहुंच रही है, इससे क्षेत्र ​स्कूलों के शिक्षकों के एवं अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कनखल में निवासरत दीप्ति यादव कभी खानपुर ब्लॉक में जाने की जहमत नहीं कर रही हैं। इससे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर रही है।
सूत्रों की माने तो दीप्ति यादव मदरसों में मिड—डे मिल के नाम पर बड़ा खेल करवा रही हैं। बिना जांच के लाखों का भुगतान भी कर दिया है और यह मामला निरंतर जारी है।
इसी के साथ सबसे बड़ा खेल उसने सीआरसी के पद पर तैनात शिक्षकों को हटाकर अपने मनचाहे शिक्षकों को नियुक्त करके किया है, जोकि नियमानुसार प्रक्रिया के तहत नहीं है।
सूत्रों की माने तो दीप्ति यादव का डाईवर भी अवैध वसूली करता हैं, कभी तेल के नाम पर तो कभी होटल या खाने के नाम पर लेता है।

जिला शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल का लैटर
बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल का लैटर