बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल का लैटर

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। जिला शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल के 30 सितंबर के आदेश को बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी ने 17 अक्तूबर को बदल दिया। खंड शिक्षा अधिकारी स्वराज सिंह तोमर के बजाय खानपुर ब्लॉक की खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति यादव को अतिरिक्त चार्ज सौंप दिया। दीप्ति यादव पर आरोप लगते रहे हैं कि मिड—डे मिल से लेकर अनेकों कार्यां में अनियमितता बरतवाते हुए अवैध वसूली करती रही हैं। मदरसों को मिड—डे मील में घोटाला सुर्खियों में छाया हुआ है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल ने 30 सितंबर—2022 को आदेश जारी किया कि बहादराबाद ब्लॉक की प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मुदिता पंत 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गई हैं, जिनके बाद कार्य सुचारू होता रहे इसके लिए स्वराज सिंह तोमर को सौंप दिया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल के आदेश को ​बेसिक जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल ने 17 अक्तूबर को बदलते हुए स्वराज सिंह तोमर को पदमुक्त करते हुए खानपुर की खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति यादव को सौंपने के आदेश दिए।
अब दीप्ति यादव खानपुर ब्लॉक कार्यालय में नहीं पहुंच रही है, इससे क्षेत्र ​स्कूलों के शिक्षकों के एवं अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कनखल में निवासरत दीप्ति यादव कभी खानपुर ब्लॉक में जाने की जहमत नहीं कर रही हैं। इससे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर रही है।

जिला शिक्षा अधिकारी केके अग्रवाल का लैटर

सूत्रों की माने तो दीप्ति यादव मदरसों में मिड—डे मिल के नाम पर बड़ा खेल करवा रही हैं। बिना जांच के लाखों का भुगतान भी कर दिया है और यह मामला निरंतर जारी है।
इसी के साथ सबसे बड़ा खेल उसने सीआरसी के पद पर तैनात शिक्षकों को हटाकर अपने मनचाहे शिक्षकों को नियुक्त करके किया है, जोकि नियमानुसार प्रक्रिया के तहत नहीं है।
सूत्रों की माने तो दीप्ति यादव का डाईवर भी अवैध वसूली करता हैं, कभी तेल के नाम पर तो कभी होटल या खाने के नाम पर लेता है।