जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के पूर्व घोषित आंदोलन के तहत चतुर्थ दिवस भी क्रमिक अनशन जारी रहा। जिसके तहत मंगलवार को अनशन में महेश कुमार, त्रिभुवंन पाल, आशुतोष गैरोला, बिलोर सिंह, राजेश कुमार, ताजबर सिंह नेगी को माला पहनाकर विपिन नेगी संगठन सचिव ने बैठाया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा महामंत्री सुनील अधिकारी, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार संरक्षक मनवर सिंह नेगी ने कहा कि महानिदेशालय प्रशासन कर्मियों की मांगों को सुन ही नहीं रहा है, बल्कि परेशान करने के लिए हमारी जो तिरपाल धरना स्थल पर लगवाई थी उसको भी द्वेष भावना के तहत किसी के द्वारा उसको फड़वा दिया गया। किन्तु कर्मचारी किसी भी तरह से डिगेंगे नहीं जब तक 50 प्रतिशत पदोन्नति, उद्यान विभाग के माली की भांति टेक्निकल नहीं किया जाता। अगला ग्रैड पे 4200 दिया जाना, नर्सेस की भांति मरीजों के संपर्क में रहने के कारण पोष्टिक आहार भत्ता दिया जाए। पुलिस के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भांति एक माह का मानदेय, जोखिम भत्ता दिया जाने की मांग का प्रस्ताव शासन को भेजा जाए, नहीं तो प्रदेश के समस्त पदाधिकारी 08 सितम्बर 2021 से महानिदेशालय में आमरण अनशन पर बैठेगे। अगर कर्मचारियों को कोई भी हानि होती है तो उसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व महानिदेशालय प्रशासन का होगा।
प्रदेश संगठन सचिव विपिन नेगी, जिला मंत्री त्रिभुवंन पाल, उपशाखा मंत्री आशुतोष गैरोला, उपाध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी, बिलोर सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के सब्र की सीमा समाप्त होती जा रही है। आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की पदोन्नति, एसीपी का लाभ, वेतन, पेंशन के लाभ शीघ्र दिया जाना है। अगर जल्द ही मांगो का निराकरण नहीं किया गया तो समस्त कर्मचारी महानिदेशालय के बाद आयुर्वेद विश्वविद्यालय में आमरण अनशन को मजबूर होंगे।
क्रमिक अनशन में मनवर सिंह नेगी, महेश कुमार, सुनील अधिकारी, ताजबर सिंह नेगी, विपिन नेगी, त्रिभुवंन पाल, आशुतोष गैरोला, बिलोर सिंह, राजेश कुमार, दिनेश लखेडा, नेलसन अरोड़ा आदि ने क्रमिक अनशन के धरने पर सहयोग किया।
