जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने गृह जनपद में पहली बार पहुंचे तो परममित्र कैबिनेट मंत्री एवं प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने उनका कदम—कदम पर साथ निभाया। मुख्यमंत्री ने स्वागत रथ हो या बैठकें सभी में स्वामी यतीश्वरानंद ने अपने नजदीक ही बैठाया। लोगों में चर्चा रही कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भी पुष्कर सिंह धामी ने अपने करीबियों को दूर नहीं होने दिया, बल्कि उन्हें मजबूत बनाने का काम किया।


नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वामी यतीश्वरानंद की मित्रता जगजाहिर है। जब स्वामी यतीश्वरानंद को तीरथ सिंह रावत की सरकार में राज्य मंत्री बनाया तो उन्होंने अपने मित्र पुष्कर सिंह धामी के साथ उनके क्षेत्र में भ्रमण किए। दोनों प्रत्येक कार्यक्रमों में साथ रहे। लेकिन जुलाई के प्रथम सप्ताह में फिर से फेरबदल हुआ तो पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की कमान मिल गई। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के दौरान पुष्कर सिंह धामी ने अपने परममित्र को अपने फैसलों यानि कैबिनेट की बैठक में साथ निभाने के लिए राज्यमंत्रियों को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिला दी। शपथ ग्रहण के दौरान चर्चा रही कि अपने परममित्र स्वामी यतीश्वरानंद के लिए यह बदलाव किया गया।


सबसे बड़ी बात तो यह रही अपने गृह जनपद उधमसिंह नगर के प्रभारी मंत्री के तौर पर भी जिम्मेदारी स्वामी यतीश्वरानंद को सौंपी, ताकि गृह जनपद में विकास योजनाओं का खाका सही तरीके से तैयार होकर उन्हें धरातल पर उतारा जा सके। मुख्यमंत्री बनने के बाद स्वामी यतीश्वरानंद को बैठकों एवं निरीक्षणों में साथ रखा। लेकिन क्षेत्र वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए स्वामी यतीश्वरानंद हरिद्वार भी पहुंचते रहे।


अब मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी अपने गृह जनपद उधमसिंह नगर पहुंचे तो अपने मित्र कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को भी आमंत्रित किया। पुष्कर सिंह धामी तीन दिन उधमसिंहनगर में रहे, तो इस दौरान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी साथ रहे। पंतनगर एयरपोर्ट से लाने से लेकर छोड़कर आने तक स्वामी यतीश्वरानंद को साथ रखा।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नजदीकि होने का लाभ हरिद्वार जनपद वासियों को भी मिलेगा। क्षेत्रों की बदहाल व्यवस्थाओं को दूर करने के साथ सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को भरपूर मिलेगा।