जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने बढ़ते कोरोना के प्रकोप से जनता को बचाने एवं इलाज के लिए समुचित संसाधन जुटाने के साथ मौजूदा मशीनरी का उपयोग करने को निर्देश दिए। उन्होंने डीएम, सीडीओ, सीएमओ, एसडीएम, नोडल अधिकारियों को लगातार निरीक्षण करने को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद में किसी भी दवा, रेमडेसिविर, वेक्सीन, किट, ऑक्सीजन आदि की काला बाज़ारी और निश्चित दामों से ज़्यादा पर बेचने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने घरों में सिलिंडर ख़रीदकर रखने वालों से आग्रह किया कि वे मरीज़ हित में उसका उपयोग करने दें। उन्होंने मेला अस्पताल में वेंटिलेटर को तत्काल चालू करने के निर्देश दिए। डीएम ने उन्हें एक सप्ताह में चालू करने का आश्वासन दिया। गन्ना मंत्री ने घरों में रहकर इलाज कराने वालों के लिए किट उपलब्ध कराने के साथ उनके इलाज का लगातार अपडेट करने को निर्देश दिए।
गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने अटल बिहारी वाजपेयी गेस्ट हाउस में भाजपा के जिलाध्यक्ष भाजपा डॉ जयपाल सिंह, विधायक आदेश चौहान, सुरेश राठौर के साथ जिलाधिकारी हरिद्वार सी. रविशंकर के साथ जनपद में कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर बैठक ली। जिसमें मेला अस्पताल में लगने वाली RTPCR मशीन, जनपद में वेन्टीलेटर्स की स्थिति, ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि बिंदुओं पर सार्थक चर्चा हुई।
– मेला अस्पताल में RTPCR टेस्टिंग मशीन तीन दिन में चलने वाली थी, अभी तक शुरू क्यों नही हुई है?
(कम्पनी को एक हफ्ते का नोटिस दिया है जिलाधिकारी ने)
– अभी कितने वेंटिलेटर ऐसे हैं जो सरकारी अस्पतालों में डिब्बों में बंद रखे हैं और मरीजों के बिस्तर के पास नही हैं? (सरकार के पास एनेस्थीसिया वाले व क्रिटिकल केयर वाले डॉक्टर्स की कमी है, प्रयास चल रहा है)
ज्यादा स्टाफ को वेंटिलेटर की ट्रेनिंग दीजिये, कोई वेंटिलेटर डिब्बे में बंद नही रहना चाहिए।
– ऑक्सीजन, सिलिंडर, रेमडेसीविर, PPE किट की कालाबाजारी की खबरें हैं। सभी स्टॉकिस्ट का स्टॉक चेक कीजिये।
– जिन लोगों में बीमारी के लक्षण हैं उनके घर पर टेस्ट हो सकें इसकी कोई व्यवस्था नही है। कुछ नम्बर जारी कराइये जिससे अगर किसी को टेस्ट कराना हो तो टेस्ट और इलाज में देर ना हो।
– प्राइवेट लैब पेमेंट ना मिलने के कारण काम नही कर रही हैं। लगभग सभी लैब ने नोटिस दे दिया है। उनके काम का पैसा उन्हें दीजिये।

गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद कोविड के मरीज़ों के इलाज की जानकारी को बैठक लेते हुए

– ऑक्सीजन की उपलब्धता पूरे जिले में सुनिश्चित करें। (झबरेड़ा प्लांट से प्रदेश का कोटा बढाने के लिए प्रयास चल रहे हैं, अभी पूरे प्रदेश का कोटा 14 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है जबकि उत्पादन 110 मीट्रिक टन है)
– हरिद्वार जिले में कई आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज हैं, इनके सीनियर छात्रों को कोविड ड्यूटी का प्रशिक्षण दिलवाइये और उन्हें काम दीजिये। जरूरत पड़े तो सभी बायलॉजी ग्रेजुएट छात्रों को ट्रेनिंग दीजिये।
– अस्पताल व एम्बुलेंस मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर गलत फीस ना वसूलें इसकी व्यवस्था कीजिए।
– कम्पनियों के सीएसआर फंड का इस्तेमाल आवश्यक रूप से कोविड 19 से लड़ाई में किया जाए।