संजय चौधरी, ब्यूरो
हरिद्वार। एसआईटी की जांच में दोषी पाए जाने पर हरिद्वार पुलिस ने छात्रवृत्ति घोटाले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 21 लाख 53 हजार 325 रूपये का गबन किया है। एसआईटी के निर्देश पर आरोपी को रानीपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी रानीपुर प्राइवेट आईटीआई सेक्टर दो बीएचईएल का संचालक एवं प्रधानाचार्य मानवेंद्र विजय पाठक पुत्र देवराज पाठक निवासी द्वारिका विहार गुरूकुल कांगड़ी थाना कनखल हरिद्वार है। अभी एसआईटी के रडार पर कई स्कूल संचालक है।
उत्तराखंड प्रदेश में करोड़ों रूपये का छात्रवृत्ति घोटाला हुआ है। सूचना के अधिकार के तहत छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा हुआ है। कई नामी गिरामी स्कूलों के संचालक घोटाले में जेल जा चुके है। अब एसआईटी की जांच में सामने आया कि 58 छात्रों ने बताया कि गांवों में कैंप लगाकर प्रलोभन देकर उसके शैक्षणिक दस्तावेज ले लिए और कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करा लिए। लेकिन उन्हें संस्थान में प्रवेश लेने और बैंक में खाते खोलने की कोई जानकारी नहीं थी। एसआईटी की जांच में सामने आया कि छात्रों के बैंक खातों के स्टेटमेंट का अवलोकन करने पर छात्रों के बैंक खाते संस्थान के प्रधानाचार्य मानवेंद्र विजय पाठक द्वारा खुलवाए जाने का मामला प्रकाश में आया। कुछ छात्रों के बैंक खातों से छात्रवृत्ति की धनराशि संस्थान के स्वामी मानवेंद्र विजय पाठक ने बैंक खातों से सीधे हस्तांतरित होनी पाई ई। कुछ बैंक खातों से एटीएम के माध्यम से धन की निकासी होनी पाई गई। जबकि छात्रों को अपने खातों की जानकारी नहीं थीं। पुलिस टीम में उप निरीक्षक प्रमोद नेगी, कांस्टेबल केशर चौहान, मदनलाल का सहयोग रहा।