जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
माफियाओं की दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि इमलिया सुल्तानपुर के हाईवे के हेमपुर पुल पर शनिवार दोपहर बाद दिनदहाड़े सरेराह दैनिक जागरण के पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि बाइक से जा रहे पत्रकार को रास्ते में रोककर गोलियां मारी गई हैं।
पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत कुमार द्वितीय ने देर शाम घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत समाजवादी पार्टी ने घटना को लेकर एक्स पर शोक जताया है। सरकार से हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है।
महोली कस्बा के मुहल्ला विकास नगर के राघवेंद्र वाजपेयी पुत्र महेंद्र वाजपेयी दैनिक जागरण के तहसील संवादसूत्र के रूप में कार्यरत थे। शनिवार की दोपहर तीन बजे राघवेंद्र बाइक से सीतापुर की ओर जा रहे थे। हाईवे पर इमलिया सुल्तानपुर के हेमपुर ओवरब्रिज पर बदमाशों ने राघवेंद्र का घेराव कर लिया।
बताया जाता है कि राघवेंद्र ने बचाव के लिए भागने का प्रयास किया, जिस पर बदमाशों ने पीठ पर गोली मार दी। राघवेंद्र लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गए। इसके बाद बदमाशों ने सिर में सटाकर गोली मारी। नगर क्षेत्राधिकारी अमन सिंह के मुताबिक सिर में सटाकर मारी गई गोली ही पार होकर बाई कोहनी के पास लगी है। 315 बोर की गोली मारने की आशंका जताई गई है।
पेशेवर तरीके से की गई हत्या
राघवेंद्र की हत्या सुनियोजित और पेशेवर तरीके से की गई। जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां सीसी कैमरे नहीं लगे हैं। चर्चा है कि बदमाश कस्बा से ही राघवेंद्र का पीछा कर रहे थे। उरदौली के बाजपेयी मिष्ठान भंडार पर लगे सीसी कैमरा में राघवेंद्र की बाइक के पीछे मुंह बांधे बाइक सवार दो युवक और उनके पीछे एक काले रंग की थार कार जाती दिख रही है।
जिला अस्पताल पहुंची कई थानों की पुलिस
गोली लगने के बाद राघवेंद्र को जिला अस्पताल लाया गया। यहां एएसपी डा. प्रवीण रंजन, सीओ सिटी अमन सिंह, सीओ महोली विशाल गुप्ता, तहसीलदार विनोद सिंह के साथ ही नगर कोतवाली, महोली व इमलिया थाने की पुलिस पहुंच गई।
आखिर किसके फोन पर दौड़े राघवेंद्र?
चर्चा है कि राघवेंद्र के मोबाइल पर घटना के कुछ देर पहले किसी का फोन आया था। इसके बाद राघवेंद्र बहुत ही जल्दबाजी में बाइक लेकर घर से निकल लिए थे। पुलिस ने राघवेंद्र का मोबाइल लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
धान खरीद में उजागर की थी गड़बड़ी
राघवेंद्र ने धान खरीद में गड़बड़ी को लेकर पिछले दिनों कई खबरें प्रकाशित की थी। जिसकी जांच चल रही थी। जांच में गड़बड़ी की भी पुष्टि हुई थी। इसके अलावा जमीन खरीद में स्टांप ड्यूटी की चोरी को उजागर किया था। घटना के पीछे इन पहलुओं पर भी चर्चाएं आम हैं।
परिजन ने कहा- 10 दिन पहले मिली थी धमकी
परिजन जयप्रकाश शुक्ला ने बताया राघवेंद्र के पास शनिवार दोपहर किसी व्यक्ति का फोन आया था। बात करने के बाद घर से राघवेंद्र बाइक से निकल गए थे। कुछ देर बाद राघवेंद्र को गोली मारे जाने की सूचना परिजनों को मिली। राघवेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा 8 साल की बेटी अस्मिता और 10 साल का बेटा आराध्या है। अस्पताल पहुंचे पुलिस ने पत्रकार की डेड बॉडी का एक्सरे कराया, तभी उनके कपड़े में फंसी एक बुलेट मिली।
जिला अस्पताल में लगा तांता
विधायक शशांक त्रिवेदी, पूर्व विधायक अनूप गुप्ता, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी, हिंदू शेर सेना अध्यक्ष विकास हिंदू, संघ के नगर प्रचारक मनोज, महोली व्यापार मंडल अध्यक्ष मनोज मिश्र, गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन धीरेंद्र चौहान, महेश गुप्ता आदि जिला अस्पताल पहुंचे।
